सर्व शक्ति दाई झिरिया के दो दान पेटी से बगैर ताला टूटे चोरो ने किया लाखो कि चोरी,मस्तूरी पुलिस कि निष्क्रियता से चोरो के हौसले बुलंद
समिति सदस्यो के द्वारा बार -बार थाना जाकर चोरो को पकड़े जाने के फरियाद के बावजूद पुलिस द्वारा किया जा उक्त मामले को दर किनार
*उक्त धार्मिक स्थल पर दान पेटी से चोरी के मामले मे अभी तक कोई कार्यवाही नहीं मस्तूरी पुलिस कर रही बड़े घटना का इंतजार*
मस्तूरी -मस्तूरी थाना के जयराम नगर, खैरा मे स्थित सर्व शक्ति दायी झिरिया मंदिर एवं श्री साई मंदिर के समिति संचालक अखंड मंगलवार रामायण माता सेवा समिति नर्मदा कुंड झिरिया ने मस्तूरी थाने में लिखित 16 अक्टूबर को शिकायत दी है जिसमे दोनों मंदिरो के दान पेटी से बिना ताले तोड़े दान में मिली बड़ी धन राशि चोरी चली गयी है समिति के अध्यक्ष सचिव ने मिडिया से चर्चा करते हुवे बयान दिया है कि मंदिर के दोनों दान पेटी हर छह महीने में खोला जाता है और पुरे समिति के सदस्यों और पदाधिकारियों की उपस्थिति में खोली जाती है इस बार चैत्र नवरात्र पर्व के बाद 2 अक्टूबर को जब दान पेटी को खोला गया तो उसमे से एक अठन्नी भी नहीं मिला, जिससे समिति के समस्त पदाधिकारियों मे सन्नाटा छा गया ज्ञात हो मस्तूरी क्षेत्र की दूसरे नंबर की सबसे प्रख्यात मंदिर में से एक है यहाँ सर्व शक्ति माता सती के दर्शन के लिए भक्तो का ताँता न सिर्फ क्षेत्र से बल्कि पुरे प्रदेश और अन्य प्रदेश से लगा रहता है फिर कैसे संभव है की दान पेटी पूरी तरह से खाली मिले .समिति द्वारा चोरी की असंका व्यक्त की है और समिति का प्रस्ताव रजिस्टर में इस बात का उल्लेख करते हुवे थाना मस्तूरी में लिखित शिकायत दी है किन्तु थाना मस्तूरी के पास इस घटना को जाँच करने के लिए एक महीने से अधिक समय बितने के बावजूद समय नहीं मिल पा रहा है,जो गंभीर विषय हैं! इसे सीधा सीधा थाना की लापरवाही ही कह सकते है समिति द्वारा बार बार थाने जाकर जाँच के लिए आग्रह करने के बाद भी थाना मस्तूरी को कोई मतलब नहीं है मस्तूरी थाना क्षेत्र से मिली जानकारी अनुसार थाना उन्ही मामलों की जाँच में दिलचस्पी लेते है जिसमे कोई सेटिंग की बात हो जाँच करने में समय व्यर्थ नहीं करते सीधा अंधमुख कार्यवाही करते है मंदिर की दान पेटी से रखी अमानत राशि को किसी बड़े गिरोह ने बड़ी चालाकी से चोरी किया है जो की गहन जाँच का विषय है? समिति का मानना है की दान पेटी मे लाखो कि राशि होने की सम्भावना है, क्योकि हर वर्ष जिस तरह से चढ़ावा आता है भक्तो की भीड़ रहती है उसके अनुपात में दान पेटी में इतना राशि तो होना ही चाहिए यदि पुलिस पूरी मुस्तैदी से जाँच करे तो हो सकता है चोर मंदिर परिसर में ही पकड़ा जाए किन्तु पुलिस द्वारा की जा रही लेट लतीफी से चोरो को भागने का रास्ता आसान कर दिया है.मस्तूरी थाना का कार्यशैली नये थाना प्रभारी पासवान जब से कार्यभार संभाले हैं तब से प्रश्न चिन्ह पर रहता है .क्षेत्र में लगातार अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है किन्तु थाना की धीमी गति से बस शिकायत कच्चे कागज तक सिमित है आजकल थानों ने किसी भी शिकायत पर कार्यवाही की गारंटी नहीं देते और न ही किसी शिकायत पर पावती देते है …इनका मानना है की शिकायत की पावती दे दिए मतलब कार्यवाही करनी ही पड़ेगी और पावती न दो तो पीड़ित को घुमाते रहो आज आना कल आना देखते है करते है जैसे सैकड़ो बहाना मारते रहते है .पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियो को ऐसे थाना के कार्यशैली की जाँच करनी चाहिए और मामले की जाँच और निपटारा त्वरित करनी चाहिए, जिससे आमजनता को पुलिस से न्याय पाने का विश्वास कायम रहें l