राजस्थान/बांसवाड़ा : जिले से हैरान कर देने वाला सामने आ रहा है, यहां कर्ज में डूबे एक शख्स ने बीमा क्लेम पाने के लिए वेब सीरीज देखकर अपनी मौत का साजिश रच डाली, उसने एक लावारिस भिखारी की हत्या कर उसे अपनी पहचान दे दी और ट्रेलर से कुचलवाकर खुद की मौत साबित करने की कोशिश की। लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाया।
जानकारी के मुताबिक, घटना 1 दिसंबर की है, जहां बांसवाड़ा के सल्लोपाट क्षेत्र में नेशनल हाईवे-56 पर झेरबारी गांव के पास भारी वाहन से कुचला हुआ एक अज्ञात शव मिला. शव इतनी बुरी तरह कुचला हुआ था कि उसकी पहचान करना भी मुश्किल था. शव के पास एक बैग पड़ा था, जिसमें आईडी और कुछ कागजात थे. ये दस्तावेज नरेंद्र सिंह रावत के नाम से थे. इसके बाद पुलिस ने दस्तावेज के आधार पर नरेंद्र सिंह के परिजनों को शव की शिनाख्त के लिए मोर्चरी बुलाया, लेकिन परिजनों ने नरेंद्र सिंह का शव होने से इनकार कर दिया।
‘भिखारी खेल में इस्तेमाल किया गया मोहरा था’
इसके बाद पुलिस सतर्क हो गई और जांच करते हुए भैरूलाल नाम के शख्स तक पहुंची. भैरू सिंह ने ऐसा राज खोला कि पुलिस भी हैरान रह गई. पूछताछ में भैरू सिंह ने बताया कि पुलिस को जो लाश मिली है वो नरेंद्र की नहीं बल्कि रामदेवरा के तूफान सिंह नाम के एक भिखारी की है, जो इस खेल में इस्तेमाल किया गया मोहरा था।
खेल ये था कि नरेंद्र सिंह जो अभी फरार है, उस पर काफी कर्ज था. वो भैरूलाल से मिला. उसे अपनी पीड़ा बताई. दोनों ने मिलकर प्लान बनाया कि किसी की हत्या करके वो खुद को मरा हुआ साबित कर देगा और बीमा के पैसे हड़प लेगा. इसके बाद भैरूलाल उसे इब्राहिम नाम के एक शख्स के पास ले गया जो ट्रेलर ड्राइवर था.
हत्या के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार
मुख्य योजना एक ऐसे शख्स को खोजने की थी जो लावारिस हो. फिर नरेंद्र कचरा बीनने वाले तूफान सिंह को लेकर आया, जिसे उसने गुजरात में नौकरी दिलाने की बात कही. फिर उसने उसे खूब शराब पिलाई. जब वो बेहोश हो गया, तो इब्राहिम ने उसे सड़क पर लिटा दिया और उसके ऊपर ट्रेलर चढ़ा दिया. इसके बाद नरेंद्र ने उसके कागजात लाश के पास रख दिए. अब पुलिस ने हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन नरेंद्र सिंह फरार है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी नरेंद्र सिंह को पकड़ लिया जाएगा.