खनिज विभाग ने रेत खदान संचालको को जारी किया था नोटिस, बावजूद इसके हो रहा भारी वाहनों की आवाजाही
अमलडीहा व उदईबंद रेत खदान से भारी वाहनों से हो रहा रेत परिवहन, प्रधानमंत्री सड़क योजना की सड़के बदहाल
बिलासपुर रिपोर्टर
बिलासपुर : मस्तुरी क्षेत्र के अमलडीहा व उदईबंद क्षेत्र में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत हलके वाहन एवं राहगीरों के परिचालन के लिए सडको का निर्माण किया गया है मगर इस सड़क का उपयोग रेत खदान से रेत भरकर भारी वाहनों का परिचालन किया जा रहा है जिसको लेकर ग्रामीणों की शिकायत के बाद खनिज विभाग ने अमलडीहा व उदईबंद के रेत खदान संचालको को नोटिस जारी कर भारी वाहनों के उपयोग पर प्रतीबंध लगाया था मगर नोटिस मिलने के दुसरे दिन से पुन: भारी वाहनों की आवाजाही प्रधानमंत्री सड़क योजनाकी सडको पर शुरू हो गया, तय मात्रा से अधिक रेत का परिवहन करने के चलते सड़क की हालात बद से बद्दतर हो चली है वही खनिज विभाग के नोटिस जारी करने के बाद भी भारी वाहनों की आवाजाही बदस्तूर जारी होना विभागीय कार्यवाही पर बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है|
मस्तुरी इलाके के अमलडीहा व उदईबंद रेत खदान से हाईवा वाहनों से 24 घंटे रेत का परिवहन किया जा रहा है, भारी वाहनों की आवाजाही प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनाए गए सडक के द्वारा किया जा रहा है जो हलके वाहनों के उपयोग के लिए बनाया गया है जिसपर अमलडीहा और कुकुर्दीकेरा रेत घाट के ठेकदार द्वारा 50,60,और 70 टन तक के भारी वाहनों को इसी सड़क से परिचालन कराया जा रहा है जबकि खनिज विभाग द्वारा रेत घाट संचालको को भारी वाहनों के उपयोग पर प्रतीबंध लगाने के निर्देश जारी किये गए थे| खनिज विभाग द्वारा ग्रामीणों की शिकायत के बाद अमलडीहा व उदईबंद रेत खदान पर 20 अप्रैल 2024 को जांच की गई जिसमे मौके पर 2 चैन माउन्टिंग मशीन जिससे भारी वाहनों में रेत भरने का कार्य किया जा रहा था को जप्त किया गया वही खनिज नियमो के तहत कार्यवाही भी गई इस दौरान रेत खदान संचालको से प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनाए गए सडक जो क्षतिग्रस्त हो गए है उसकी मरम्मत कराए जाने का आश्वासन भी दिया था मगर तमाम नोटिस व कार्यवाही के बाद भी रेत खदान संचालको द्वारा पुन: प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनाए गए सडको पर भारी वाहनों की आवाजाही निरंतर कराई जा रही है|
प्रधानमंत्री सड़क योजना की सड़के जर्जर : मस्तुरी क्षेत्र में खनिज परिवहन करने वाले भारी वाहनों की वजह से अपनी तय उम्र से भी कम समय में सड़के दम तोड़ रही है, सडको पर चलने के लिए वाहनों का भार की मात्रा 12 टन पहले ही तय है मगर खनिज परिवहन करने वाले वाहन तय मात्रा से 50 से 70 टन अधिक माल परिवहन कर सडको को कबाड़ में तब्दील कर रहे है|