मस्तूरी कांग्रेस दावेदारो मे होने लगी टिकट के लिए खींचतान जबकि टिकट आबंटन हुई ही नही
विधानसभा मे कांग्रेस दावेदार बाहरी या स्थानीय संघर्ष जारी
इस सब के बीच भाजपा को मिल रहा जनसंपर्क से फायदा और दूसरी कांग्रेस मे प्रत्येक दावेदार मे उठाव पटक का महौल जार
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पार्टी द्वारा तय प्रत्याशी को चुनाव में जीत दिलाने के दिए है निर्देश
बिलासपुर : देश के पांच प्रदेशो में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने के लिए फूंक-फूंक कर कदम रख रही है, छत्तीसगढ़ में भी एआईसीसी, पीसीसी, तथा स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस के संकल्प शिविर में सभी कांग्रेस पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओ तथा चुनाव के दावेदारों को भी एकजुट होकर चुनाव लड़ने तथा पार्टी द्वारा तय प्रत्याशी को चुनाव में जीत दिलाने के निर्देश दिए है मगर तमाम निर्देशों के बाद भी कांग्रेस के दावेदार अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है और अपने ही तरीके से चुनाव में सबसे आगे रहने की होड़ में लगे हुए है| मस्तुरी विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों कांग्रेस के दावेदारों में बाहरी बनाम स्थानीय का जबरदस्त मुद्दा उठाकर स्थानीय को ही कांग्रेस प्रत्याशी बनाने तथा बाहरी को टिकिट नहीं देने पर जोरआजमाइश की जा रही है, दावेदारों में इस बाबत एक बैठक का आयोजन अपने अपने पक्ष में समर्थन मांगते भी देखा गया वही सभी दावेदार एक दुसरे से कम नहीं होने का दावा करते भी नजर आए…खैर चुनाव में टिकिट किसे मिलेगा यह तो अभी तय नहीं है मगर दावेदारों के बीच नूराकुश्ती का खेल शुरू हो गया है जो भाजपा को लाभ दिलाने का काम कर रहा है|
मस्तुरी विधानसभा का चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है इसका सबसे बड़ा कारण चुनाव के दावेदार है जो टिकिट की आस में आपस में ही नूराकुश्ती करने में लगे हुए है| मस्तुरी विधानसभा के जयरामनगर मंडी प्रांगण में 29 अगस्त को आयोजित किए गए सभागीय संकल्प शिविर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मस्तुरी- सीपत ब्लाक कांग्रेस, संगठन, बूथ, सेक्टर व जोन सहित कांग्रेस पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओ से कहा था कि मस्तुरी विधानसभा सहित पुरे प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाना है इसके लिए सभी एकजुट होकर कार्य करे व कांग्रेस के उम्मीदवार को जीत दिलाए| मुख्यमंत्री ने मस्तुरी विधानसभा के 57 टिकिटार्थीयो को संकल्प शिविर में कांग्रेस को जीत दिलाने व पार्टी द्वारा घोषित किए गए उम्मीदवार के पक्ष में कार्य करने की अपील किया जिसमे सभी 57 टिकिटार्थीयो ने एकजुट होकर कहा, “टिकट किसी को मिले एकजुट होकर लड़ेंगे और जीतेंगे मगर मुख्यमंत्री के वक्तव्य को दरकिनार कर मस्तुरी कांग्रेस के दावेदारों ने बाहरी व स्थानीय का मुद्दा उठाते हुए केवल स्थानीय को प्रत्याशी बनाए जाने व उसे ही जीत दिलाने को लेकर लाबिंग शुरू कर दिया है| मस्तुरी से कई ऐसे दावेदार है जो दीगर जिलो से भी है ऐसे में अगर उन्हें को टिकिट मिल जाता है तो कांग्रेस के लिए मस्तुरी विधानसभा की राह आसान नहीं होगी वही स्थानीय को अगर टिकिट मिलता तो भी पेंच है क्योकि यहाँ स्थानीय में भी दावेदार अपना अपना समर्थन करने में लगे हुए है जो सगठन के लिए सिरदर्द भी बन सकता है|
राजनितिक सूत्र बताते है कि बीते दिन मस्तुरी विधानसभा के कांग्रेस दावेदारों की एक गोपनीय बैठक रेस्ट हाउस में हुई जिसमे स्थानीय दावेदारों के बीच चर्चा भी हुई जिसमे स्थानीय व बाहरी का मुद्दा उठा वही स्थानीय को टिकिट मिलने पर अन्य दावेदारों को उनका समर्थन करने की चर्चा भी चली इसी बीच कई दावेदारों ने अपना अपना समर्थन एक दुसरे को करने की बात कही जिसके बाद पूरा मामला ही उलझ गया क्योकि सभी दावेदार चुनाव लड़ने के इच्छुक है और किसी भी किसी से अपने आपको कम नहीं आंक रहा था इसी बहसके बीच पूरी बैठक की निरर्थक हो गई अब यक्ष सवाल यह है कि अगर कांग्रेस के दावेदार ही सगठन व मुख्यमंत्री के निर्देशों को दरकिनार कर अपना हाकने में लगे है ऐसे में चुनाव के दौरान कांग्रेस के प्रत्याशी का क्या हाल होगा?
मुख्यमंत्री व पीसीसी अध्यक्ष है सख्त व अनुशासनप्रिय : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज कांग्रेस संगठन के निर्देशों के प्रति बेहद संवेदनशील है तथा पार्टी के नियमो व निर्देशों का अनुसरण ना करने वाले व अनुशासनहीनता के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने में ज्यादा रुखिकर है ऐसे में मस्तुरी विधानसभा के दावेदारों के खिलाफ भी अनुशासनहीनता की वजह से कार्यवाही किए जाने की संभावना भी बलवती होती नजर आ रही है|
कांग्रेस दावेदार में उठाव पटक से भाजपा को फायदा :- मस्तुरी विधानसभा में कांग्रेस के दावेदारों के बीच हो रही आपसी उठापठक में भाजपा के विधायक डॉ कृष्णमूर्ति बाँधी को लाभ मिल रहा है, डॉ बाँधी मस्तुरी से भाजपा के प्रबल दावेदार है जो क्षेत्र में लगातार सघन जनसंपर्क कर भाजपा के पक्ष में प्रचार कर रहे है, कांग्रेस के अंतर्कलह की वजह से भाजपा मस्तुरी में मजबूत होती नजर आ रही है वही कांग्रेस के दावेदार अपने अपने पक्ष में प्रचार कर रहे है ऐसे में कांग्रेस एकजुट नजर नहीं आ रही है जिसका लाभ भाजपा को मिलने की संभवना जताई जा रही है|