छत्तीसगढ़

काले कारनामे बाहर आने से झल्लाए आबकारी सब- इंस्पेक्टर…खबर रोकने कांग्रेस नेताओ से लगवा रहे जोर…जनिए क्या है पूरा मामला

आबकारी विभाग ने भी सब-इंस्पेक्टर का गृह क्षेत्र में ही कर दिया तबादला, जमकर करा रहे अवैध शराब की बिक्री

आबकारी सब इंस्पेक्टर का रिश्तेदार आबकारी विभाग में रखता है बड़ा रसूख, एसीबी की कार्यवाही के बाद भी विभाग में जमे हुए

आबकारी सब इंस्पेक्टर की मनमानी से क्षेत्र में बिक रहा अवैध शराब, कार्यवाही दिखाने निर्दोषो के खिलाफ कर रहे कार्यवाही

रिपोर्टर चन्द्रकांत कुपेन्द्र

मस्तुरी :- मस्तुरी क्षेत्र के आबकारी सब-इंस्पेक्टर पर पैसे लेकर निर्दोष के खिलाफ कार्यवाही करने को लेकर खबर प्रकाशित होने से काले कारनामे बाहर आ गए जिससे झल्लाए आबकारी उपनिरीक्षक ने जिले में बैठे अपने रिश्तेदार जो आबकारी विभाग का बड़ा रसूखदार भी माना जाता है के माध्यम से कांग्रेस नेताओ सहित छुटभैये नेताओ से खबर रोकने एडी चोटी का जोर लगा रहा है।

वही आबकारी सब इंस्पेक्टर की नियुक्ति आबकारी के अधिकारियो ने उसके गृहक्षेत्र में ही कर दी है जिसके कारण आबकारी सब इंस्पेक्टर क्षेत्र में जमकर अवैध शराब कोचियाओ को संरक्षण देते हुए शराब की नदिया बहाने में लगे हुए है, विभाग को कार्यवाही दिखाने के लिए निर्दोषों पर फर्जी केस बनाकर अपनी पीठ थपथपाने से भी बाज नहीं आ रहे है।

ज्ञात हो कि मस्तूरी थाना क्षेत्र का पेंड्री निवासी सुरेश जायसी ने विडियो में बताया कि मस्तुरी आबकारी विभाग के सब इंस्पेक्टर रमेश दुबे द्वारा 15 पाव अवैध शराब के केश बनाने की धमकी देते हुए डरा धमकाकर पहले 20 हजार की वसूली की उसके बाद भी सब इंस्पेक्टर रमेश दुबे ने पीड़ति सुरेश जायसी के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत केस बना दिया।

पीड़ति जायसी ने इस मामले को लेकर विडियो बनाकर मीडिया को दिया है। आबकारी विभाग द्वारा अक्सर अवैध शराब के झूठे मामले बनाकर निर्देशो के खिलाफ कार्यवाही करती है वही कार्यवाही नहीं करने का आश्वासन देकर पीडितो से मोटी रकम भी वसूली जाती है मगर सब इंस्पेक्टर रमेश दुबे द्वारा पीड़ति से पैसे लेकर कार्यवाही भी करने से यह जाहिर हो गया है कि आबकारी विभाग में भ्रष्टाचार व्यापक पैमाने पर किया जा रहा है जो शासन-प्रशासन की कार्यशैली पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा रहा है

आबकारी निरीक्षक छबि बंजारे के कार्यकाल में अवैध शराब पर था लगाम

मस्तुरी क्षेत्र में सब इंस्पेक्टर रमेश दुबे की नियुक्ति के पूर्व आबकारी निरीक्षक के रूप मे छबि बंजारे थे जिनके द्वारा अवैध शराब बिक्री करने वालों के खिलाफ लगातार कार्यवाही की जा रही थी जिससे क्षेत्र में अवैध शराब बिक्री करने वालो में भय का माहौल था, आबकारी सूत्रों का कहना है की सुरेश दुबे का आबकारी विभाग मे भारी कब्जा है, ओ जब चाहते हैं किसी का भी तबादला करवा कर स्वयं उस जगह तबादला करवा लेते हैं और जहाँ जहा भी जाते हैं अवैध शराब की नदी बहाते हैं।

दर्जनों गाव में बह रही शराब की नदियाँ

आबकारी सब इंस्पेक्टर रमेश दुबे के कार्य क्षेत्र के कई दर्जन गावों में अवैध शराब की नदीयाँ बह रही है, खासकर इनके खुद के गांव पाराघाट में 24 घंटे 7 से 8 कोचिया जमकर शराब बेच रहे है। इसके आलावा दुबे के संरक्षण में उनके गांव के आसपास, कुडूभाटा, खैरा, रलिया, भिलाई, फोर के ढाबो मे भी 24 घंटे अवैध बिक्री की धडल्ले से बिक्री हो रही है।

1 व्यक्ति को 1 बोतल या 4 पाँव देने का है नियम

आबकारी विभाग के नियमानुसार किसी भी एक व्यक्ति को केवल एक बोतल या 4 क्वाटर शराब बेचने का नियम है मगर शराब दुकानों से शराब कोचीयाओ को मस्तूरी, मल्हार, जोंधरा, गातोरा मे प्रति कवॉटर के हिसाब से देशी में 20 रूपए ज्यादा तो इंग्लिश मे निर्धारित राशि से 50 रूपये ज्यादा लेकर मनमाना शराब बिक्री किया जा रहा है।

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