रायपुर। छत्तीसगढ़ के पटवारी एक बार फिर आंदोलन की राह पर हैं। राजस्व पटवारी संघ ने शासन से आवश्यक संसाधनों की मांग करते हुए 9 दिसंबर से काली पट्टी बांधकर काम करने की घोषणा की है। साथ ही, 15 दिसंबर के बाद सभी ऑनलाइन कार्यों और ट्रेनिंग को रोकने तथा 16 दिसंबर से सभी व्हाट्सएप ग्रुप का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।
रायपुर में हुई प्रांतीय बैठक में समस्याओं पर चर्चा
राजस्व पटवारी संघ की प्रांतीय बैठक रायपुर में आयोजित हुई, जिसमें संघ के जिलाध्यक्ष और प्रांतीय कार्यकारिणी ने ऑनलाइन कार्यों में आ रही समस्याओं को उजागर किया। पटवारियों का कहना है कि वर्तमान में राजस्व से जुड़े सभी कार्य, जैसे कृषि संगणना और फसल कटाई प्रयोग, ऑनलाइन माध्यम से किए जा रहे हैं। इसके बावजूद, पटवारियों को न तो आवश्यक तकनीकी संसाधन मुहैया कराए गए हैं और न ही इसके लिए कोई भत्ता।
निजी संसाधनों से हो रहा काम
संघ ने बताया कि मजबूरी में पटवारी निजी अथवा किराए पर लिए गए संसाधन के जरिए कार्यों को संपादित कर रहे हैं। संघ ने शासन से समस्या का जल्द निराकरण की मांग करते हुए चेतावनी दी कि स्थिति में सुधार नहीं होने पर पटवारी 16 दिसंबर से सभी प्रकार के ऑनलाइन कार्यों का बहिष्कार करन को बाध्य होंगे, जिसकी जवाबदारी शासन-प्रशासन की होगी।