विधानसभा में आज स्मार्ट सिटी में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा। ध्यानाकर्षण में राजेश मूणत ने अपात्र को काम देने और भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट योजना के कामों में करोड़ों रुपए की राशि की बंदरबांट की गयी है। बगैर दक्षता देखे ही, मिलीभगत कर स्मार्ट सिटी का काम दे दिया गया। कई गैर जरूरी कामों को कर दिया गया।
उन्होंने इस मामले में राज्य सरकार से जांच की मांग की। जवाब में मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि सभी काम दक्षता देखने के बाद दिए गए हैं। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी के परीक्षण के बाद ही स्मार्ट सिटी के लिए कामों का वर्क आर्डर जारी किया गया है।
इस पर राजेश मूणत ने कहा कि रायपुर स्मार्ट सिटी के कामों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। कई ऐसी कंपनियों को काम दिया गया, जिन्हें उन मामलों की विशेषज्ञता ही नहीं थी। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच करायी जाये, तो बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां सामने आयेगी। भाजपा विधायक की मांग पर वित्त मंत्री ने सदन में जांच की घोषणा की। वित्त मंत्री ने कहा कि साइंस कॉलेज चौपाटी के संबंध में भी जांच की जायेगी।
साथ ही चौपाटी हटाने के संबंध में नगरीय प्रशासन विभाग से चर्चा की जायेगी। मंत्री ओपी चौधरी ने सदन में कहा कि स्मार्ट सिटी की गड़बड़ियों की जांच होगी, साथ ही गलत ढंग से काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।