सरस्वती पुत्र- पुत्री होना, अपने जीवन को सार्थक करना है,, -त्रिलोक चंद्र श्रीवास
( जिला गंधर्व समाज द्वारा वसंत पंचमी पर सरस्वती पूजन कार्यक्रम का हुआ आयोजन) पूरी दुनिया जानती है की मां सरस्वती विद्या, ज्ञान, गुण और स्वर की देवी है, सरस्वती पुत्र और पुत्री होना अपने आप में सौभाग्य की बात है, लक्ष्मी पुत्र का जीवन सफल होता है, परंतु सार्थक हो यह जरूरी नहीं, परंतु सरस्वती पुत्र और पुत्री का जीवन सफल के साथ-साथ सार्थकता भी सिद्ध करता है, यह बातें लोकप्रिय कांग्रेस श्री त्रिलोक चंद्र श्रीवास राष्ट्रीय समन्वयक- अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, प्रभारी उत्तर प्रदेश एवं गुजरात, ने जिला गंधर्व समाज द्वारा वसंत पंचमी के पावन अवसर पर बहतरiई में आयोजित मां सरस्वती पूजन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किया, कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में कांग्रेस नेता पंडित महेश मिश्रा एवं चरण सिंह राज उपस्थित थे, कार्यक्रम में स्वागत भाषण गंधर्व समाज के जिला अध्यक्ष श्री प्रमोद सागर के द्वारा एवं आभार प्रदर्शन भवन लाल गंधर्व के द्वारा किया गया, इस अवसर पर गंधर्व समाज के सैकड़ो महिला पुरुषों द्वारा मुख्य अतिथि श्री त्रिलोक श्रीवास एवं अन्य अतिथियों का आतिशबाजी, पुष्प वर्षा, साल और श्रीफल भेंट करके आत्मीय अभिनंदन किया गया, इस अवसर पर श्री कार्तिक राम गंधर्व, श्री छेदीलाल गंधर्व, श्री मनहरण गंधर्व ,दिलीप गंधर्व, सुरेश गंधर्व ,अमन साहू, पार्थ कुमार ,कौशल श्रीवास्तव, नीलय शर्मा, जितेंद्र शर्मा सहित सैकड़ो जन उपस्थित थेll