रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने मोदी जी की गारंटी के अनुरूप रेडी-टू-ईट का संचालन फिर से महिला समूहों को सौंपने का निर्णय लिया है। हम महिलाओं के रोजगार और आजीविका के संकट को आपकी सरकार ने दूर करने का बड़ा संवेदनशील फैसला लिया है। इस निर्णय से हम सभी बहुत उत्साहित हैं। इससे हजारों प्रभावित समूह की महिलाओं को संबल मिलेगा और उनका खोया हुआ आत्मसम्मान लौटेगा। यह बातें स्वसहायता समूह की महिलाओं ने आज मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से उनके विधानसभा कार्यालय स्थित कक्ष में मुलाकात के दौरान कही और उनके प्रति आभार व्यक्त किया। महिलाओं ने कहा कि हम पूरे प्रदेशभर की 1786 महिला समूह की महिलाएं इस निर्णय के लिए आपका हृदय से धन्यवाद करते हैं।
सरगुजा से लेकर बस्तर तक के 30 जिलों से आई महिलाओं ने मुख्यमंत्री से कहा कि आपके इस निर्णय से रेडी टू ईट के संचालन से जुड़ी हम सभी महिलाएं बहुत खुश हैं और आपके सम्मान में समारोह आयोजित कर आपके और छत्तीसगढ़ सरकार के प्रति आभार जताना चाहते हैं। महिलाओं ने आयोजित समारोह के लिए मुख्यमंत्री को आमंत्रित भी किया।
प्रदेशभर के सभी संभागों से आई समूह की महिलाओं ने बताया कि राज्य में रेडी टू ईट के संचालन से 1786 समूह की लगभग 26 हजार महिलाएं प्रत्यक्ष रूप से जुड़ी थी। लेकिन पिछली सरकार ने रेडी-टू-ईट के काम से महिलाओं को वंचित कर दिया था। इससे महिलाओं के परिवारजनों को मिलाकर लगभग 3 लाख लोग प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हुए थे। उन्होंने बताया कि हमें बीते सालों में अनेक कठिनाईयों का सामना करना पड़ा और हमारे सामने आजीविका का बड़ा संकट आ गया था। आपके नेतृत्व वाली संवेदनशील सरकार ने हमारी इस पीड़ा को समझा और यह फैसला लिया।