जशपुर। आबकारी एक्ट के तहत जशपुर जेल में रविवार को एक कैदी की इलाज के दौरान मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर में संदेहास्पद मौत हो गई। परिजनों ने जेल में युवक से बेरहमी से मारपीट का आरोप लगाया है। युवक की मौत के बाद ग्राम सन्ना में आक्रोशित ग्रामवासियों ने सड़क पर चक्काजाम कर हंगामा मचाया। मृत बंदी के शरीर मे चोट के निशान मिले हैं। उसे दो दिनों पूर्व मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल शिफ्ट किया गया था।
बता दें कि जिले के सन्ना थाना क्षेत्र के ग्राम कंदरई निवासी जगतपाल राम को पुलिस ने 3 अप्रैल को अवैध शराब बनाने और बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा था। जगतपाल को जशपुर जेल से इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया था, जहां से उसे मेडिकल कालेज हॉस्पीटल में उपचार के लिए दाखिल कर दिया गया। जहां रविवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सूचना पर मृतक के परिजन अंबिकापुर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
जेल प्रशासन के अनुसार 5 अप्रैल को बंदी जगतपाल राम को जशपुर से अंबिकापुर मेडिकल कालेज शिफ्ट किया गया था। उसके घायल होने के कारण उसे तत्काल मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया। रविवार को उसकी मौत हो गई। वहीं मृतक की पत्नी फूलमती ने आरोप लगाया है कि जेल में उसके पति के साथ मारपीट की गई है, उसके दोनों घुटनों में व शरीर में चोट के निशान हैं। उसके पति को कोई बीमारी नहीं थी, फिर अस्पताल में क्या इलाज चल रहा था। पति के बीमारी की सूचना उन्हें जेल प्रबंधन ने नहीं दी। आज सुबह मौत की खबर दी गई। जगतपाल के परिजनों ने सन्ना बस स्टैंड में एकजुट होकर सड़क पर जाम लगा कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
नाराज ग्रामीणों का आरोप है कि जगतपाल की मृत्यु जेल में उसके साथ हुई मारपीट की वजह से हुई है। मौके पर पहुंचे पुलिस एवं राजस्व अधिकारियों द्वारा निष्पक्ष जांच के आश्वासन के बाद जाम समाप्त किया गया। मामले में जशपुर एसपी शशि मोहन सिंह ने कहा कि मृतक ने जेल के अंदर स्थित पीपल के पेड़ पर चढ़ कर छलांग लगा दी थी। इसमें उसे गंभीर चोट आई थी। जिला चिकित्सालय के बाद इलाज के लिए अंबिकापुर भेजा गया था। यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मामले की जांच की जाएगी।