लोहरसी हाई स्कूल में प्रिंसिपल की मनमानी से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित, छात्रों ने लगाया प्रिंसिपल की मनमानी का आरोप
बिलासपुर मस्तुरी विकासखण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत लोहरसी सोन उत्तर माध्यमिक विद्यालय हाई स्कूल में प्राचार्या की मनमानी के चलते छात्रों की पढ़ाई पर नकारात्मक असर पड़ा है। यहां छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है, और पालक में भी आक्रोशित हैं। छात्रों ने सामूहिक रूप से शिक्षा अधिकारी को शिकायत की बात कही गई प्राचार्या द्वारा नियमित रूप से छात्र छात्राओं से एडमिशन करने का नाम से अधिक रुपए का वासुली करना पालको एवं सरपंच प्रतिनिधि लोगों का कहना है कि जब से प्रिंसिपल पद पर है तब से ही अपने मनमानी करने का बात कही गई ।
जनप्रतिनिधि एवं पालको ने फिर कहा कि इतने तेज गर्मी उमश है बिना पंखे का पढ़ाई करने में मजबूर हैं छात्र छात्राओं में इसके अलावा पढ़ने वाले कक्षा में सिलिग फैन हैं लेकिन बिगड़ा हुआ है दो महीने बीत जाने के बाद नहीं बनावाई पंखे को और नहीं है शौचालयों की स्थिति भी अत्यंत दयनीय है। पानी की व्यवस्था की कमी के कारण छात्रों को शौचालयों का उपयोग करने में परेशानी हो रही है।
उन्हें बाहर से हैंडपंप से पानी लाना पड़ता है और शौचालय की साफ-सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। छात्रों ने यह भी आरोप लगाया है कि शाला प्रवेश के समय निर्धारित शुल्क से ज्यादा फीस वसूली गई। कक्षा दसवीं के छात्रों से 1160 रुपये और कक्षा नौवीं के छात्रों से 1000 रुपये लिया गया है। आरोप है कि यह अतिरिक्त शुल्क स्कूल में शिक्षक रखने के नाम पर लिया गया है। छात्रों का कहना है कि शासकीय हाई स्कूल में इतनी अधिक फीस का कोई औचित्य नहीं है और वे इस मुद्दे पर बिलासपुर कलेक्टर से शिकायत करेंगे।इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लोहरसी हाई स्कूल के प्राचार्या ने आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि वे संकुल प्रभारी भी हैं, जिससे ऑफिस के काम में व्यस्त रहते हैं और समय पर स्कूल नहीं आ पाते। शौचालयों की साफ-सफाई के बारे में उनका कहना है, कि स्कूल में शिक्षक की कमी है।
मस्तुरी में बैठे जवाबदार अनुभागिय अधिकारी अमित कुमार सिन्हा एसडीएम से इस विषय में जानकारी लेने के लिए फोन लगाते हैं तो एसडीएम साहब कभी भी फोन रिसीव नहीं किया गया
पचपेड़ी तहसील का नवाब तहसीलदार अम्रतिम पांडेय को इस विषय में जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि मैं जाकर निरीक्षण करुगा और गलत मिलेगा तो कारवाही भी करने को कहा गया
मस्तुरी बीईओ को भी जानकारी दिया गया लेकिन बीओ साहब भी अपना हाथ पैर समेटे बैठे हुए है
सवाल उठने लगा है कि कैसे करें पढ़ाई बेटियां उच क्षिक्षा पाने के लिए हो रहे मजबूर