बिलासपुर ब्यूरो चीफ विवेक टंडन/बिलासपुर @इंडिया09न्यूज:–
कुआमुंडा के एक घर में बंधक बना कर रखे गए छत्तीसगढ़ के एक युवक को पुलिस की मदद से छुड़ाया गया। पुलिस ने बंधक बना कर रखे गिरोह के एक सदस्य को पकड़ लिया है। अन्य सदस्यों की तलाश पुलिस कर रही है। पखवाड़े भर बाद परिजनों के बीच पहुंचे युवक ने राहत की सांस ली। आदिवासी समुदाय के समाजिक कार्यकर्ता विबोल टोप्पो ने मामले में सराहनीय मदद की। छतीसगढ़ के बिलासपुर जिले के मस्तूरी थाना क्षेत्र के मल्हार निकट चौहा निवासी 36 वर्षीय अजय खूंटे को रोजगार देने के नाम पर ठगी
मोबाइल नम्बरों की ट्रेकिंग की मदद से सोमवार की सुबह बंधक बने अजय खूंटे के बड़े भाई अमित उसे छुड़ाने आपने चाचा गीतराम, लोक सृजनहार यूनियन बिलासपुर के महासचिव बीरेंद्र भारद्वाज तथा मल्हार पुलिस चौकी के एएसआई एस दास को लेकर राउरकेला पहुंचे। मोबाइल ट्रैकिंग का लोकेशन कुआर मुंडा दिखाने पर स्थानीय पुलिस की मदद से सभी वहां पहुंचे जहां पर अजय बंधक बना कर रखा गया था। वहां से अजय को मुक्त कराया गया। साथ ही उससे लूटपाट व बंधक बना कर रखने वाले गिरोह के सदस्य छग के मस्तूरी इलाके के शिवशंकर को हिरासत में लिया गया। वहीं इस अभियान में सामाजिक कार्यकर्ता विबोल टोप्पो ने सराहनीय मदद की। अपनों के बीच पाकर अजय का चेहरा खिल उठा। प्राथमिक पड़ताल में पता चला है कि नेटवर्किंग बिजनेस चलाने वाले सक्रिय गिरोह द्वारा रोजगार दिलाने के नाम पर आपराधिक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।
व लूटपाट करने वाले एक गिरोह ने काम
बहाने राउरकेला के कुआरमुंडा बुला कर उसे बंधक बना लिया। इसकी जानकारी मिलने पर उसके भाई अमित खूंटे ने मस्तूरी थाना में लिखित शिकायत के बाद सुंदरगढ़ एसपी से न्याय की गुहार लगाई। मस्तूरी थाने में दी गई शिकायत के अनुसार करीब पखवाड़े भर पहले उसके भाई विजय खूंटे जो तमिलनाडु के उंटी में काम करता है, उसे राउरकेला एरिया से एक युवक ने यह कह फोन किया कि 20 से 25 हजार रुपये मासिक कमाई वाला उसके पास काम है।
वह चाहे तो उसे काम मिल सकता है। लेकिन वह तमिलनाडु में होने उसने अपने जुड़वा भाई अजय का नंबर देते हुए उसे काम की जरूरत होने की बात कही और इसका मोबाइल नंबर दे दिया। तब अजय को फोन कर अच्छी कमाई का प्रलोभन देकर कर कम्पनी को 20 हजार देने को कहा। फोन करने वाले के जाल में फंस कर जब 30 दिसम्बर को अजय राउरकेला आया तब उसे कुआर मुंडा बुला लिया गया। वहां फोन करने वाले युवक अपने साथियों के साथ उससे 25 हजार रुपए छीनने के बाद 31 दिसम्बर से उसे बंधक बना कर उससे नेटवर्किंग में लोगों को फंसाने का काम कराने लगा। जब अजय को फंस जाने का एहसास हुआ तब उसने मस्तूरी के चौहा में अपने भाई अमित खूंटे को किसी तरह आपबीती सुनाई। अमित ने छह जनवरी को मल्हार पुलिस चौकी के मार्फत मस्तूरी थाना में लिखित शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई।