कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पटवारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत ने जमीन की हेराफेरी करने वाले एक पटवारी को सस्पेंड कर दिया है। बताया जा रहा है कि कलेक्टर जनदर्शन में एक ग्रामीण ने अपने पूर्वजों की जमीन राजस्व रिकार्ड में दूसरे के नाम दर्ज होने की शिकायत की थी। कलेक्टर ने मामले में जांच का आदेश दिया गया था। जांच में पटवारी का फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद कलेक्टर ने तत्काल दोषी पटवारी को सस्पेंड करते हुए रिकार्ड दुरूस्त करने का निर्देश दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक निजी जमीन के नामांतरण में खेल करने का पूरा मामला बरपाली तहसील क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों कलेक्टर जनदर्शन में ग्राम पुरैना निवासी एक ग्रामीण ने अपने पूर्वजों की जमीन राजस्व रिकार्ड में बगैर बिक्री के ही दूसरे के नाम पर दर्ज होने की शिकायत की थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने इस प्रकरण की जांच का निर्देश बरपाली तहसीलदार को दिया गया था। जांच में पाया गया कि ग्राम पुरैना के पटवारी मोहल लाल कैवत्र्य द्वारा पूर्व में पारित आदेशानुसार जमीन का नामांतरण कर दिया गया था।
तहसीलदार ने जांच में पाया कि पूर्व में किसी भी अधिकारी द्वारा नामांतरण के लिए आदेश ही जारी नही किया गया था। बावजूद इसके पटवारी ने इस तरह का उल्लेख कर नामांतरण की प्रक्रिया पूरी कर दी गयी थी। जांच में इस बात का खुलासा होने के बाद जांच रिपोर्ट कलेक्टर अजीत वसंत के पास प्रस्तुत किया गया। जिस पर कलेक्टर ने एक्शन लेते हुए तत्काल दोषी पटवारी मोहन लाल कैवत्र्य को सस्पेंड कर दिया है। कलेक्टर ने साफ किया है कि राजस्व के मामलों में मनमानी बिल्कुल भी बर्दाश्त नही की जायेगी।