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एनटीपीसी के प्रदुषण का दंश झेल रहे ग्रामीणों-किसानो ने अरपा कोलवासरी की जनसुनवाई का किया खुलकर विरोध

०० अरपा कोलवासरी की जनसुनवाई का चहुओर हो रहा विरोध, नरआपारा में बैठक कर मजदूरो-किसानो सहित जनप्रतिनिधियों ने किया खुलकर विरोध

०० ग्राम पंचायत भनेसर के आश्रित गाव नरवापारा में कांग्रेस नेताओ, ग्रामीणों मजदूरो एवं महिलाओ ने अरपा कोलवासरी की स्थापना का किया विरोध

बिलासपुर – जनपद पंचायत मस्तुरी के ग्राम पंचायत भनेसर के आश्रित गाव नरवापारा में कांग्रेस नेताओ, ग्रामीणों मजदूरो एवं महिलाओ ने अरपा कोलवासरी की स्थापना का विरोध करते हुए बैठक का आयोजन किया, बैठक में सभी ने कोलवासरी की आगामी 7 जनवरी को आयोजित जनसुनवाई का खुलकर विरोध करने का निर्णय लिया इस दौरान मस्तुरी ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नागेन्द्र राय ने कहा कि यह मजदुर बहुल इलाका है जिनके घर खपरे के है यहाँ प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क का निर्माण किया गया है जिसमे 9, 12 टन से ऊपर के वाहन नहीं चलने चाहिए मगर कोलवासरी की स्थापना के बाद 80,90 टन से ज्यादा के भारी वाहन इसी सड़क पर चलेंगे, कोलवासरी के प्रदुषण से छप्पर के घरो एवं पास के ही, खेत, निस्तारी के तालाबों, नाला स्कूल पूरी तरह से प्रदूषित हो जायेंगे जिसके चलते मजदूरो-बच्चो को पलायन करना पड़ेगा, किसी भी प्लांट या कोलवासरी की स्थापना के पूर्व यहाँ के लोगो का व्यवस्थापन किया जाना चाहिए जो नहीं किया गया है| यहाँ सड़क से लगकर गैस की पाइपलाइन भी गई है जो भारी वाहनों की वजह से क्षतिग्रस्त भी हो सकती है ऐसे में किसी भी बड़ी दुर्घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा|

बेलटुकरी के किसान देव चंद्राकर ने बताया कि मेरे गाव से लगकर राउतराय है जो तीन ग्राम पंचायत बेलटुकरी, रलिया और भिलाई से लगा हुआ है तीनो ग्राम पंचायत के बीच में अरपा कोलवासरी की स्थापना की जा रही है जिससे सबसे पहले किसान प्रभावित होंगे कोलवासरी का प्रदुषण सर्वथ खेत में जाएगा जिसके चलते उपजाऊ खेत बंजर हो जाएगा वही कोलवासरी के डस्ट से पूरा क्षेत्र प्रदूषित हो जाएगा जिसके कारण ग्रामीण-किसान महिलाए बच्चे सभी इसकी चपेट में आकर बीमार हो जायेंगे|

देव चंद्राकर ने कहा कि कोलवासरी की स्थापना को लेकर प्रभावित ग्राम पंचायत के ग्रामीणों व किसानो को कोलवासरी प्रबंधन व प्रशासन द्वारा किसी भी तरह की पूर्व सूचना नहीं दी गई है कि कोलवासरी स्थापना से क्षेत्रवासियों को किस तरह के लाभ या हानि है ऐसे में जनसुनवाई का आयोजन किया जाना पूरी तरह से अनुचित है| 24 वर्ष पूर्व एनटीपीसी की स्थापना की गई थी, प्लांट द्वारा सीएसआर मद से प्रभावित ग्राम पंचायत का विकास किया जाता था जिसमे मुलभुत सुविधाए शामिल है मगर 24 साल में जयरामनगर क्षेत्र में एनटीपीसी द्वारा सीएसआर मद से किसी भी तरह के कार्य नहीं कराए गए जबकि एनटीपीसी के राखड बाँध से निकलने वाले डस्ट से लोगो का जीवन नरक से भी बद्दतर ह गया है वही बाँध के रिसाव से उपजाऊ खेत की फसल नष्ट हो जाती है भूमि भी शनैः-शनैः बंजर में तब्दील हो रही है|

देव चंद्राकर ने कहा कि यहाँ की सड़के प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी हुई है जिसमे 10 टन से ज्यादा के वाहनों की आवाजाही नहीं की जा सकती मगर एनटीपीसी के भारी वाहन जो 30 टन से ज्यादा का भार लेकर इसी सड़क से आवाजाही करते है जिससे सड़के ख़राब हो रही है वही भारी वाहनों की आवाजाही से अक्सर दुर्घटनाए भी होती है जिसमें कई लोगो की मौते हर साल हो जाती है आसपास स्कूल भी जहा जहा बच्चे पढ़ते है वाहनों की आवाजाही से वे भी दुर्घटना के शिकार हो जाते है इन सभी बातो को लेकर आज की बैठक राखी गई है जिसमे अरपा कोलवासरी नहीं खुलने का निर्णय सभी के द्वारा लिया गया है|

जयरामनगर ग्राम पंचायत के उपसरपंच दयाशंकर राठौर ने कहा कि आज नरवापारा में जयरामनगर व आसपास के गाव के ग्रामीण बैठक कर अरपा कोलवासरी की जनसुनवाई को लेकर चर्चा किये है, सर्वप्रथम यहाँ एनटीपीसी प्लांट के राखड बाँध के डस्ट की मार लगातार झेल रहे है जो 15 किमी दूर है, प्रसतावित अरपा कोलवासरी महज 1 किमी की दुरी पर यह भी खुल गया तो पूरा क्षेत्र कोयला-कोयला हो जाएगा जन जीवन अस्त-व्यस्त होकर नरक जैसा हो जायेगा| प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत सड़क निर्माण हुआ है जिसमे 9 से 10 टन लोडेड वाहन जाना चाहिए मगर इसी सड़क का उपयोग कर एनटीपीसी के 40 टन वजनी वाहन आवाजाही कर रहे है जिससे रोजाना दुर्घटनाए हो रही है इसी तरह कोलवासरी खुलने से 80 टन वजनी भारी वाहन की आवाजाही होगी जिससे भी दुर्घटनाए होगी प्रदुषण भी बढेगा| यहाँ एक मात्र नाला है जिसपर 3 से 4 गाव के लोग आश्रित है जो नाले के पानी से निस्तारी करते है जो प्रदुषण के चलते प्रभावित होगा इन तमाम समस्याओ को लेकर अरपा कोलवासरी का विरोध किया जा रहा है जिसकी जनसुनवाई में कोलवासरी प्रभावित गाव के किसान ग्रामीण सहित सभी लोग अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे और किसी भी हाल में कोलवासरी नहीं खुलने देंगे| नरवापारा में आयोजित आज की इस बैठक में सैकड़ो की संख्या में किसान-ग्रामीण, महिला युवाओ सहित राजनितिक दल के नेता व जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए|

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