स्लग–जमीन की हेरा फेरी में चकबंदी विभाग के 18 अधिकारी तो 13 लेखपालों पर मुकदमा दर्ज।
स्थान –बलिया यूपी
डेट –23/12/23
एंकर-खबर यूपी के बलिया से है जहां चकबंदी विभाग के अधिकारी और लेखपाल की करतूत पर मुकदमा दर्ज किया गया है मैं आपको बता दूं की बलिया के बैरिया तहसील क्षेत्र के दलन छपरा गांव का मामला सामने आया है दलन छपरा गांव के निवासी सुशील पांडेय ने एक शिकायत लखनऊ चकबंदी विभाग आयुक्त के यहां किया था जहां से दो टीम गठित कर जांच कराई गई थी जिसमें चकबंदी विभाग के अधिकारी और लेखपाल की करतूत सामने आने पर 31 लोगों पर थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।
VO-2 चकबंदी विभाग के 18 अधिकारीयों और 13 लेखपालों समेत कुल 31अधिकारियों और कर्मचारियों पर पुलिस ने धारा 419 और 420 के तहत दर्ज किया है मुकदमा। चकबंदी विभाग में कुटरचित दस्तावेज के जरिये दूसरे कि जमीन दूसरे के नाम पर दर्ज करने का आरोप शिकायत कर्ता शुशील पान्डेय ने लगाया गया है। आप को बता दें कि एक शिकायतकर्ता सुशील पांडेय द्वारा आरोप लगाया गया है कि 1987 में बैरिया तहसील क्षेत्र के दलन छपरा गाँव में चकबंदी प्रक्रिया शुरू हुई थी और वर्ष 2023 तक इसका प्रकाशन नहीं हो पाया है और दस्तावेजों में कूट रचना कर करोड़ों की जमीन दूसरे के नाम से कर दी गई। शिकायत कर्ता के शिकायत पर चकबंदी आयुक्त लखनऊ ने दो सदस्यों कि टीम गठित कर जाँच कराई और सदस्यों कि जाँच रिपोर्ट के बाद इस सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया।
VO-2 वही सीओ वैभव कुमार पांडेय ने बताया कि यह बैरिया तहसील क्षेत्र दलन छपरा गांव का मामला है जहां शिकायतकर्ता सुशील पांडेय ने लखनऊ चकबंदी विभाग आयुक्त के यहां शिकायत किया था और वहां से दो टीमे गठित की गई थी और टीम के जाच के बाद 31 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है जो भी इसमें तथ्य निकलकर आएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
सीओ वैभव कुमार पांडे का बाइट